छोटे परदे पर ‘बालिका वधु’ में आनंदी के नाम से मशहूर हुईं प्रत्यूषा बनर्जी…
पति महान कलाकार, पत्नी देश की सबसे बड़ी सिंगर लेकिन दोनों ने शराब पीकर कर ली आत्महत्या
डायरेक्टर और एक्टर जैसे क्रिएटिव लोग कई एक्ट्रेस के साथ काम करते हैं. ये आभासी दुनिया है. उन्हें परदे पर प्यार करते दिखना होता है और उसे असली प्यार जैसे दिखाना होता है. गीता को गुरु दत्त के साथ काम करने वाली हर औरत पर शक़ था. अगर आप आदमी को हर वक्त सवाल करोगे तो अंत में आप उसे दूर भेज दोगे. वो उन पर हर वक्त नजर रखती थी. गीता की सिर्फ यही एक गलती थी. दोनों के बीच लगातार झगड़े होते रहते थे. वो बच्चों को लेकर अपनी मां के घर चली जाती थी. वो याचना करता था घर लौट आओ. अगले दिन गुरु दत्त डिप्रेशन में चले जाते थे और हमें फोन करते थे कि गीता बच्चों को लेकर चली गई है. ऐसा एक बार तब भी हुआ था जब दोनों की शादी नहीं हुई थी और अफेयर चल रहा था. गीता थोड़ी सी तकरार के बाद गायब हो गई थी. वो एक फ्रेंड के यहां नासिक चली गई थी और पीछे सब लोग चिंता करते रह गए. लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं कि गुरु दत्त गीता को बहुत ज्यादा प्यार करते थे. गुरु दत्त की सुसाइड करने की प्रवृति नई नहीं थी, वो पहले भी दो बार कोशिश कर चुके थे. दूसरी बार उन्हें नानावटी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया और वो तीन दिन के लिए कोमा में चले गए थे. एक दोपहर उन्हें होश आया तो जो पहला शब्द उनके मुंह से निकला वो था – गीता. लेकिन वे दोनों ही आत्म-विनाश के रास्ते पर निकल चुके थे.”
गुरु दत्त 1958 में अपनी फिल्म ‘काग़ज के फूल’ बना रहे थे. ये वो वक्त था जब उनके वहीदा रहमान से संबंधों के कारण घर में कलह चलती थी. गीता दुखी थीं. ऐसा नहीं है कि गीता को गुरु दत्त से प्यार नहीं था. लेकिन पांच-छह साल बाद 1964 में गुरु दत्त अपने किराए के फ्लैट में मृत मिले. शराब और नींद की गोलियों के साथ उन्होंने दुनिया छोड़ दी.
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