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90 के दशक के ये खूंखार विलन आज दिखते है इतने बेबस और लाचार
80 और 90 का दशक वह दौर था जब फिल्मो में एक खूंखार विलन की भी उतनी ही जरूरत होती थी जितनी की एक खूबसूरत हीरो की. इस दौर में विलन को बहुत खूंखार और डरावना बनाया जाता था. इन विलन का किरदार इतना जबरदस्त होता था की दर्शको के दिमाग में उनकी ऐसी ही छवि बन जाती थी. उस ज़माने के विलन आज कंही खो से गए है. ये कभी कभार ही नजर आते है. आये एक नजर डालते है उस ज़माने की विलन पर जो आज एकदम बेबस और लाचार से दिखाई देते है.
शाकाल
जब जब हिंदी फिल्मों के विलेन किरदारों की बात होगी तो शाकाल का जिक्र जरूर होगा। शाकाल को उस समय सबसे हाईटेक विलन के रूप में दिखाया गया था. उनका खुद का शार्क वाला पूल था। टेबल घूमती थी। वीडियो क्रान्फ्रेंसिंग से वो बाते किया करते थे। फिल्म शान में शाकाल जैसा खूंखार किरदार निभाने वाले कूलभूषण निजी जिंदगी में बेहद सरल और सौम्य कलाकार माने जाते हैं। खरबंदा अब 74 साल के हो चुके हैं। चेहरे पर बुढ़ापे का कब्जा हो चुका है, चलने के लिए छड़ी का इस्तेमाल करने लगे हैं। फिल्मी दुनिया से दूरी पर रहते हैं अब। उनकी आखिरी फिल्म साल 2016 में आई थी.
प्रेम चोपड़ा
प्रेम चोपड़ा का नाम ही काफी है. अपने 50 साल के लंबे करियर में वो 300 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं। शातिर सरपंच से लेकर खतरनाक डॉन तक की भूमिकाओं में प्रेम चोपड़ा ने लोगों का खूब मनोरंजन किया है। अब वो 81 साल के हो चुके हैं। लेकिन फिल्मों में अभी भी सक्रिय है। अभी मार्च के महीने में उनकी फिल्म जीना इसी का नाम है रिलीज हुई थी. प्रेम चोपड़ा के सबसे फेमस डायलाग है जो आज भी बच्चे बच्चे की जुबान पर है. यह डायलाग है “प्रेम नाम है मेरा प्रेम चोपड़ा”.
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